जनेश्वर मिश्र
जनेश्वर मिश्र गरीबों के मसीहा थे , राजनरायण ने दिया था ‘ छोटे लोहिया का ‘ नाम
क्या आप जानते हैं कि जनेश्वर मिश्र जी का नाम ‘छोटे लोहिया’ कैसे पड़ा
समाजवादी पार्टी (SP) के सरंक्षक नेताजी मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) या फिर सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) दोनों ही जनेश्वर मिश्र जी को अत्यधिक सम्मान देते हैं और जब भी समाजवाद की बात होती हैं तो दोनों छोटे लोहिया यानि, जनेश्वर मिश्र का जिक्र जरूर करते हैं। हालांकि, बहुत कम लोगों को पता है कि इस समाजवादी नेता का नाम छोटे लोहिया कैसे पड़ा?
- जनेश्वर मिश्र राम मनोहर लोहिया के निजी सचिव थे। ऐसे में उन पर समाजवाद के प्रणेता कहे जाने वाले लोहिया के विचारों का उन पर खासा प्रभाव पड़ा।
- राम मनोहर लोहिया के साथ जनेश्वर मिश्र जी ने बहुत दिनों तक काम किया।
- इस दौरान उन्होंने राम मनोहर लोहिया के विचारों और कार्यशैली को पूरी तरह से आत्मसात कर लिया था।
- इसके बाद जब लोहिया जी का देहांत हुआ तो इलाहाबाद में एक बड़ी सभा हुई।
- इसमें समाजवादी नेता छुन्नु ने कहा कि जनेश्वर मिश्र के अंदर राम मनोहर लोहिया के सारे गुण हैं और वे एक तरह से छोटे लोहिया हैं।
- इसके बाद जब फूलपुर से जीतकर लोकसभा में पहुंचे तो राजनारायण ने उन्हें छोटे लोहिया का नाम दिया। उन्होंने कहा था कि डॉ.लोहिया की कमी को जनेश्वर ही पूरा करेंगे।
- उसके बाद उनका नाम छोटे लोहिया पड़ गया और फिर लोग उन्हें इसी नाम से ही पुकारने लगे।