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कानपुर पुलिस का एक और कारनामा पुलिस से फिरौती की रकम उडा ले किडनैपर …
कानपुर पुलिस से फिरौती की रकम उडा ले गये किडनैपर
कानपुर :- योगी सरकार में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि कानपुर में पुलिस के सामने किडनैपर फिरौती की रकम लेकर चले गये और पुलिस देखती रह गई। एक वीडियो वायरल हो रहा हैं जिसमे परिवार की एक महिला पूरी बात बता रही हैं उनका कहना हैं कि “एसएसपी साहब पुलिस के कहने पर हमने अपना घर द्वार बेचकर अपने बेटे को अपहरणकर्ता से छुड़ाने के लिए 30लाख जुटाए एसपी साउथ मैडम अपर्णा गुप्ता ने कहा बैग हमारा होगा जिसमें चिप लगी होगी रकम आपकी होगी हम किडनैपर को दबोच लेंगे। लेकिन साहब रकम भी चली गई मेरा बेटा भी हाथ नहीं लगा हम बर्बाद हो गए”
22 जून से लापता हुआ संचित यादव अभी तक घर लौट कर
वापस नहीं आया है और उच्च अधिकारी समेत पूरा पुलिस
महकमा इस मामले को नजरअंदाज कर रहा है उसके पास
आने वाले एक-एक फोन की डिटेल उसने पुलिस को बताई
बावजूद इसके पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं।
इतना ही नहीं कानपुर साउथ पुलिस की सबसे बड़े अधिकारी एसपी
साउथ अपर्णा गुप्ता और बर्रा थाने के इंस्पेक्टर रणजीत राय की भूमिका
संदिग्ध नजर आ रही है क्योंकि पीड़ित परिजनों का आरोप है पुलिस के
कहने पर हमने घर बेचकर गहने बेचकर रकम जुटाई फिरौती की रकम
लेकर किडनैपर ले उड़े और पुलिस ना तो कितने पर को पकड़ पाई ना ही
हमारे भाई को छुड़वा पाई और हमने रकम भी गंवा दी..। परिजनों ने पुलिस के मिले होने का आरोप लगाया है।
योगी सरकार की नैतिकता का ही अपहरण हो गया : अखिलेश यादव
कानपुर से लैब टेक्निशन के अपहरण के मामले पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर सवाल खड़े किए है। अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि यूपी की बीजेपी सरकार की नैतिकता का ही अपहरण हो गया है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, कानपुर में अपहरण की घटना के बाद बेबस व मजबूर परिजनों द्वारा सूचित करने के बावजूद पुलिस के सामने से फिरौती की रकम ले जानेवालों के ऊपर आखिर किसका हाथ है कि उन्हें पुलिस का भी डर नहीं है। लगता है यूपी की भाजपा सरकार की नैतिकता का ही अपहरण हो गया है।’
बता दें कि कानपुर में बीते 22 जून को एक लैब टेक्निशन का अपहरण हो गया था। किडनैपर्स ने पीड़ित परिवार से 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। सोमवार को किडनैपर्स पुलिस के सामने फिरौती की रकम ले उड़े, मगर युवक को नहीं छोड़ा। इस घटना के बाद अब परिवार ने पुलिस की भूमिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
घर और गहने बेचकर इकट्ठा किए 30 लाख रुपये
पुलिस के पैसों के इंतजाम करने पर संचित यादव के परिवार
ने घर बेचकर और बेटी रुचि की शादी के लिए जमा की पूंजी और
जेवर बेचकर 30 लाख रुपये इकट्ठा किए थे। किडनैपर्स की बताई
हुई जगह पर परिवार ने रुपयों से भरा बैग रख दिया। इसके बाद
अपहरणकर्ता रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गए। पुलिस
पीड़ित परिवार के बेटे भी को नहीं छुड़ा पाई।
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