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भविष्य में भी प्रयास रहेगा कि आपराधिक लोगों को राजनीति में आगे न आने दूं:-अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ते अपराध से जनता परेशान हैं। प्रदेश में रामराज्य का नारा लगाकर भाजपा ने सरकार तो बना ली लेकिन आज योगी सरकार के संरक्षण में अपराधी बेखौफ हैं। गुंडे माफिया सरकार का हिस्सा बन गए हैं। सरकार अपने लोगो को बचाने के लिए सुनियोजित हत्या करवा रही हैं। सरकार हर मोर्चे पर फेल दिखाई दे रही हैं।
सपा में आपराधिक लोगों का कोई स्थान नहीं रहा:- अखिलेश यादव
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा आपको याद हो 2012 के चुनाव के वक़्त मेरी पार्टी में बहुत हो हल्ला हुआ था जब मैंने डी पी यादव को पार्टी में लेने से मना कर दिया था । 2017 चुनाव में भी मेरा प्रयास था कि आपराधिक लोगों को टिकट न दूं जिसका काफी नुकसान हुआ । मैं भविष्य में भी प्रयास करूंगा कि सामाजिक रूप से आपराधिक लोगों को राजनीति में आगे न आने दूं। 2017 के चुनाव में हमारा मुद्दा डेवलपमेंट का था और आगे भी रहेगा। सड़क, मेडिकल कॉलेज, अस्पताल, शिक्षा ही हमारा मुद्दा है… अपराध और जातिवाद नहीं।
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भाजपा की कथनी और करनी में बहुत बड़ा फर्क है। भाजपा नेताओं ने प्रदेश व देश की जनता को
गुमराह करके ही अपनी सरकार बनाई हैं। उत्तर प्रदेश की जनता को उसके मूल मुद्दों से भटका दिया गया।
सांप्रदायिकता के ऐसे मुद्दे जो समाज में जहर खोलने का काम करते हैं।
वही मुद्दे भाजपा को चुनाव में जीत हासिल करने में मददगार रहे।
भाजपा सरकार ने छल कपट से चुनाव तो जीत लिया
लेकिन योगी सरकार ने प्रदेश में अब तक समाजवादी कामों का नाम ही बदलने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने तो अपने ही मुकदमें वापस ले लिए
अपराध से भाजपा का पुराना नाता रहा है चुनाव में सबसे ज्यादा अपराधियों को
टिकट देने वाली पार्टी भारतीय जनता पार्टी ही है। जिस प्रदेश में मुख्यमंत्री ही अपराधी हो उस प्रदेश
की जनता का क्या हाल होगा। मुख्यमंत्री योगी ने अपने ऊपर लगे मुकदमों को वापस ले लिया।
यह पहली बार हुआ जब किसी मुख्यमंत्री ने अपने ऊपर लगे मुकदमों को वापस लिया हो।
समाजवादी पार्टी से विकास दुबे का कोई लेना देना नहीं था। विकास दुबे और उसकी पत्नी का समाजवादी पार्टी से कोई सम्बन्ध नहीं है। समाजवादी पार्टी के समर्थन से ऋचा दुबे ने नहीं, सुधा यादव ने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था। लेकिन अगर विकास दुबे कुछ दिन जिंदा रहता तो भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं की काली करतूत उजागर हो जाती इसीलिए उसका एनकाउंटर करा दिया गया।