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योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे ओमप्रकाश राजभर अखिलेश यादव से मिलने सपा दफ़्तर पहुंचे।
ओमप्रकाश राजभर अखिलेश यादव से मिलने समाजवादी पार्टी कार्यालाय पहुचें
उत्तर प्रदेश राजनीति में पिछले कई दिनों से हलचल तेज हैं कि कुछ फेरबदल हो सकता हैं।
अखिलेश यादव रोजाना किसी न किसी बड़े राजनेता के साथ बैठक कर रहे हैं आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी का दिन हैं ।
लेकिन फिर भी समाजवादी पार्टी कार्यालय लखनऊ में एक बड़ी बैठक हो रहीं हैं।
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे ओमप्रकाश राजभर अखिलेश यादव से मिलने सपा दफ़्तर पहुचें हैं।
जिससे राजनीति के गलियारों में चर्चाये गरम हैं।
ओमप्रकाश राजभर योगी सरकार में मंत्री रहते हुए भी, काफी चर्चाओं में रहा करते थे।
समाजवादी कार्यालय पर उनका अचानक पहुँचना किसी बड़े फेरबदल की ओर संकेत दिख रहे हैं।
कौन हैं ओमप्रकाश राजभर आइये जानते हैं
ओमप्रकाश राजभर कभी बनारस में टेम्पो चलाते थे वर्ष 1981 में उत्तरप्रदेश में जाति की राजनीति हावी थी |
तब बनारस के फतेहपुर का एक युवा मान्यवर काशीराम के साथ सामाजिक परिवर्तन की लड़ाई में जुट गए
और आगे चल कर अपनी पार्टी बनायी जिसका नाम ‘सुहेलदेव समाज पार्टी’ रखा |
लेकिन इस पार्टी से बे ज्यादा कुछ नहीं कर पाए
फिर ओम प्रकाश राजभर की राजनीति की गाड़ी तब चल पड़ी
जब उनके 4 प्रत्याशी 2017 में विधानसभा पहुंच गए।
ओम प्रकाश राजभर योगी आदित्यनाथ की सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांग जन कल्याण मंत्री बने।
लेकिन ज्यादा समय तक बे मंत्री नहीं रहा पाए 2019 के चुनाब के बाद बर्खास्त कर दिया गया।
राजभर जाति का समीकरण
राजभर जाति मछली पालन और खेतीबाड़ी से जुड़ी है। राजभर समुदाय उन 17 जतियों में हैं,
जिनको अखिलेश सरकार ने ‘अनुसूचित जाति’ में सम्मिलित किए जाने का प्रस्ताव दिया था।
जिसे वोट बैंक राजनीति मानते हुये अदालती रोक के बाद भारत सरकार ने होल्ड पर रख दिया है।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी उत्तर प्रदेश में राभर जाति का प्रतिनिधित्व करती है।
उत्तर प्रदेश के राजभर समुदाय में सुभासपा का वर्चस्व है |
प्रदेश में राजभर समुदाय के लोग गाजीपुर, बलिया, मऊ, आज़मगढ़, चंदौली, भदोही, वाराणसी और मिर्जापुर में हैं।
इस बिरादरी की जनसंख्या लगभग 12 लाख है।