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वित्तविहीन शिक्षक प्रतिनिधियों ने अखिलेश यादव से की भेंट।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से आज प्रदर्शनकारी माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक प्रतिनिधियों ने भेंट की। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने उन्हें एक हजार रूपया मासिक मानदेय देने की शुरूआत की थी समाजवादी सरकार दोबारा बनने पर मानदेय में वृद्धि की घोषणा की तो भाजपा ने उसे भीख बताते हुए सरकार बनने पर 10 हजार रूपए का मानदेय देने का वादा किया था। सरकार बनने पर भाजपा ने 10 हजार रूपए देना तो दूर जो एक हजार रूपए समाजवादी सरकार ने देना शुरू किया था वह भी बंद कर दिया। शिक्षकों के साथ यह धोखा है।
शिक्षक प्रतिनिधियों ने कहा कि अपनी मांगों पर सरकार का ध्यान दिलाने के साथ आज भी 400 शिक्षक पार्क रोड स्थित माध्यमिक शिक्षा निदेशालय पर भीख मांग कर रोष जता रहे हैं। प्रदेश में कुल 3 लाख वित्तविहीन माध्यमिक शिक्षक है। कल इन शिक्षकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। कई महिला पुरूष शिक्षकों ने मुण्डन कराकर विरोध जताया। इनमें संजय कुमार मिश्र एमएलसी तथा कु0 रेनू मिश्रा पूर्व स्नातक क्षेत्र प्रत्याशी भी है।
माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए श्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाज को दिशा देने का काम शिक्षक ही करता है। शिक्षक ही नैतिकता का पाठ पढ़ाता तथा संस्कार देता है। शिक्षक आदरणीय है। उसका अपमान नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री जी की शिक्षकों के लिए प्रयुक्त भाषा दुर्भाग्यपूर्ण है। लोकतंत्र में ऐसी भाषा और व्यवहार की आशा नहीं की जा सकती।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार अंधी, गूंगी और बहरी है। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में जो वादे लिखे थे उन्हें उसने नहीं निभाया। नौजवानों को अयोग्य बताने वाली भाजपा सरकार ही अयोग्य है। जो दूसरों का दुःख दर्द नहीं समझती उससे ज्यादा अयोग्य तथा असंवेदनशील और कौन होगा? उन्होंने कहा कि सरकार कोे अपनी हठधर्मिता छोड़कर शिक्षकों की मांगे पूरी करनी चाहिए।